चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव वार्ड नंबर 17, मेयर दोबारा लेंगे टिकट या देवशाली मार जायेंगे बाज़ी
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव वार्ड नंबर 17, मेयर दोबारा लेंगे टिकट या देवशाली मार जायेंगे बाज़ी
अर्थ प्रकाश/सौरव भारद्वाज
27 अक्टूबर
दिसंबर में आने वाले नगर निगम चुनाव को लेकर गरमा गर्मी शुरू हो गयी हैं आने वाले नगर निगम चुनाव में कई वार्ड आरक्षित हो जाने के बाद से कई वार्डों में उथल पुथल मची हुई हैं वही कई वार्ड ऐसे हैं जहा पर जनरल वार्ड ही हैं तो देखने वाली बात यह हैं कि जिस वार्ड में महिलाओं और एस.सी के लिए आरक्षित कर दी गयी हैं उन वार्ड के पार्षद अब किस वार्ड से चुनाव लड़ सकते हैं। कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों के कई पार्षद ऐसे हैं जिनके वार्ड को इस बार महिलाओं या एस.सी के लिए आरक्षित कर दिया हैं अब देखने योग्य बात यह होंगी की क्या वहा के पार्षद चुनाव किसी और वार्ड से लड़ेंगे या फिर नहीं। ऐसा ही एक वार्ड हैं जो पहले वार्ड 20 था जिसमे सेक्टर 29 और 4 नंबर कॉलोनी थे। दूसरी ओर जो वार्ड नंबर 18 था जिसमे सेक्टर 27,28 और 30 था। जहा से कांग्रेस पार्षद देवेंद्र सिंह बबला जीत चुके हैं। वह अब वार्ड नंबर 10 हो गया हैं जिसमे सेक्टर 27,28 और 29 को शामिल किया हैं। अब इस वार्ड में दो पार्षद ऐसे हैं जो अपने अपने वार्ड से चुनाव जीत चुके हैं भाजपा के शक्ति प्रकाश देवशाली और कांग्रेस के देवेंद्र सिंह बबला। पिछली बार यह वार्ड जनरल वार्ड था परंतु इस बार यह वार्ड महिला आरक्षित कर दिया हैं। इस वार्ड से कांग्रेस के लिए देवेंद्र सिंह बबला की पत्नी हरप्रीत कौर बबला चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। वही दूसरी तरफ भाजपा पार्षद शक्ति प्रकाश देवशाली ने बताया कि वार्ड महिला आरक्षित होने के बाद अब वह किसी और वार्ड से चुनाव लड़ना चाहते हैं। उनका यह दावा हैं कि उन्होंने पार्टी के लिए और अपने वार्ड के लिए लगातार कार्य किये हैं ऐसे में उनका मानना हैं कि पार्टी उन्हें किसी और वार्ड से टिकट जरूर दे सकती हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि वार्ड 17 (सेक्टर 22-23) ही उनकी पहली पसंद होंगी जहा से वह चुनाव लड़ना चाहते हैं परंतु साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह तो पार्टी ही तय करेगी की उन्हें कहा से मौका दिया जायेगा हालांकि पहले यह वार्ड 3 हुआ करता था जिसमे सेक्टर 16,17 और 22 थे परंतु अब यह वार्ड 17 कर दिया गया हैं जिसमे सेक्टर 22 और 23 शामिल हैं। अभी यहां मौजूदा पार्षद भाजपा के रविकांत शर्मा हैं। रविकांत शर्मा वैसे तो सेक्टर 37 में रहते हैं परंतु उन्होंने इस वार्ड से पहले चुनाव लड़ा था। अब देखने वाली बात यह होंगी की पार्टी उन्हें दोबारा इसी वार्ड से मौका देती हैं या फिर उन्हें सेक्टर 37 (वार्ड-25) से चुनाव लड़ने का मौका देगी। रविकांत शर्मा इस समय भाजपा के मेयर भी हैं ऐसे में यह देखना होगा कि क्या पार्टी रविकांत शर्मा को दोबारा इसी वार्ड के लिए चुनेगी या फिर किसी और पार्षद को मौका देगी। वही दूसरी ओर देवेंद्र सिंह बबला भी इस बार किसी और वार्ड की ओर रुख कर सकते हैं। पिछली बार के वार्ड नंबर 3 से पहले कांग्रेस के लिए प्रदीप छाबड़ा इस वार्ड से चुनाव लड़ते थे जो अब कांग्रेस छोड़ कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं तो कांग्रेस में ऐसा कौनसा मजबूत चेहरा हो सकता हैं जो आने वाले नगर निगम चुनाव में उनकी जगह ले सकता हैं यह तो आने वाले समय में पार्टी ही तय करेगी। वही प्रदीप छाबड़ा के बारे में सूत्रों से यह जानकारी प्राप्त हो रही हैं कि ऐसा हो सकता हैं कि वह पंजाब विधानसभा चुनावों में लड़ सकते हैं। चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में इस बार कुल 16 वार्ड ऐसे हैं जो आरक्षित हैं जिसमे 9 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हैं 4 वार्ड एस.सी जेंट्स और 3 वार्ड एस.सी महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। ऐसे में जनरल वार्ड में दोनों पार्टियों के कई चेहरे अपना वार्ड छोड़ कर किसी दूसरे वार्ड में चुनाव लड़ते हुए नजर आ सकते हैं। जिसे देख कर ऐसा लगता हैं कि वार्ड 17 काफी रोमांचक हो सकता हैं। जहा पर पार्टी के लिए मुश्किल यह होंगी की उनके पास चुनाव में कई सारे प्रबल दावेदार हैं जिनमे से किसी एक को ही टिकट मिलेगी। अब वो उम्मीदवार कौन होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा।